Tomato Plants |
टमाटर और टमाटर से बने सामाग्री का आज हमसब बड़े चाव से इस्तेमाल करते हैं पर क्या आपको पता है टमाटर पहले सिर्फ सजावट की चीज हुआ करती थी। आइये जानते हैं टमाटर से जुड़े कुछ रोचक जानकारी।
टमाटर दुनियाँ मे सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने बाला सब्जी है। इसका पहला बनस्पति नाम लाइकोपोर्सिकान एस्कूलेंटक मिला था पर अब इसे सोलेनम लाइको पोर्सिकान के नाम से जाना जाता है।
टमाटर की उत्पती दक्षिण अमरीका की एंडीज़ नामक जगह पर हुई थी। और 16वी सताब्दी मे वे टमाटरों को उरोप ले गए। पर 18वी सताब्दी तक भी यह साग-सब्जी की फसल नहीं , वलकी सजावट की चीज इसे मनी जाती थी। लोग सजाने के लिए घर मे टमाटर को लगाया करते थे।
मक्सीको मे तो इसे टोमाटो और माय जाती के लोगों ने इसे फिंटों मैटल नाम से भी पुकारा और नाम देकर सजावट की उत्तम खेती करने लगे। फिर इसे मेटल या होमैटो नाम से भी पुकारा जाने लगा।
1882 मे अमेरिका के जहाज पर रंगसाजी का काम करने बाले एक व्यक्ति ने इस लाल फल को खाना चाहा पर उसके साथी ने रोक दिया पर वो नहीं माना और अपनी जिद पर अड़ा रहा की वो इस फल को जरूर खाएगा, वो टमाटर का सच्चाई पता करना चाहता था। और लाख माना करने के बाद भी वह व्यक्ति टमाटर खा लिया।
जब उसके दोस्तों ने देखा की वह टमाटर खा कर जिंदा है तब सारे दोस्तों ने झटपट टमाटर खाने सुरू कर दिये। फिर उस जहाज के संचालक ने इस बात को उजागर किया और टमाटर हर व्यक्ति का खाने का उपयोगी हिस्सा बन गया।
इसको विश्व भर मे शोहरत दिलवाने मे जोसेफ कैम्प बेल ने बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जोसेफ ने बड़े-बड़े पके लाल टमाटर को सर्वप्रथम डिब्बे मे भर के सूप बनाने की सुरुयात की। फिर सूप का प्रयोग हर वर्ग के लोगो मे लोकप्रिय होगया।
फिर लोगो ने अनेक क़िस्मों की टमाटर की खेती करना सुरू कर दिये। और सब्जी को अधिक स्वादिस्ट बनाने के लिए इसका प्रयोग किया जाने लगा। यानि पौष्टिकता के लिए नहीं बल्कि इसके स्वाद की वजह से इसे लोकप्रियता मिली।
फिर टो टमाटर राशोइ घर का हिस्सा ही बन गया। एक के बाद एक चीज टमाटर की बनने लगी। कई तरह की टमाटर की चटनी बनाई गई यह कई प्रकार के खाने मे प्रोयोगिक साबित होगया।
ऐसे टमाटर विटामिन से भरपूर है। इसमे विटामिन ए की मात्र अत्यधिक पाई जाती है। जो की मुख्यतः चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, मख्खन, घी मे मिलता है। टमाटर घी- दूध की आपेक्षा ज्यादा सरलता से सरीर मे उपयोग मे आता है।
टमाटर मे विटामिन बी भी पर्याप्त मात्र मे रहता है। जो पेट साफ करने के साथ –साथ यह रक्त संवर्धन को शुद्ध रखता है।
(अब जब टमाटर की बात चली है टो टोमैटो कैचप का जिक्र कैसे नहीं हो, आइये जानते हैं कैचप से जुड़ा रोचक तथ्य।)
Tomato Ketchup |
टमाटर कैचप सुरू मे कैसे और किसने बनाया ये बहुत रोचक है , आज वर्गर, चाउमीन, पिज्जा, सैंडवीज या फिर गरमा – गरम पकौड़ियों के साथ टोमैटो कैचप नहीं हो टो मजा नहीं आता है।
सत्रहवि शताव्दी के आस-पास डच और ब्रिटिश मछुआरे चीन से केटसेफ नाम का तरल पदार्थ लाये। यह एक प्रकार का नमकीन चटनी थी।
इसे देखकर इंग्लैंड मे मशरूम , अखरोट और मछली को मिलकर सौस तैयार किया गया जो सभी के बीच लोकप्रिय हुआ।
वर्ष 1727 मे ‘कंप्लीट हाउस वाइफ़’ नाम से एक अखबार मे नए प्रकार से सौस बनाने की विधि छापी गई। इसमे मछलि के साथ-साथ प्याज और व्हाइट वेनेगर के साथ लौंग , अदरख जैसे मसाले भी मिलाये गए। इसकी विधि जैसे ही लोगो तक पहुंची लोग इसे तैयार कर बड़े चाव के साथ खाने सुरू कर दिए ।
वर्ष 1812 मे जेम्स नाम का व्यक्ति ने एक सौस बनाया। इसमे पहली बार टमाटर का प्रयोग किया गया था। इसका टेस्ट दुगना करने के लिए इसमे सेव भी डाला गया।
वर्ष 1830 के आस-पास अमेरिका मे पहली बार मशरूम की जगह भी सौस मे टमाटर का प्रयोग किया जाने लगा। धीरे-धीरे लोग टमाटर से तैयार पूर्ण साकाहारी सौस को कई गुना ज्यादा पसंद करें लगे।
जब एक कंपनी “हैइज़” यह जाना की टमाटर से बना सौस लोगो को बहुत लुभा रहा है तो कंपनी ने पहली बार टोमैटो कैचप के नाम से डिब्बा बंद सौस बिक्री के लिए बाज़ार मे उतारा। इसका स्वाद लोगो को इतना पसंद आया की बहुत जल्द टोमैटो कैचप/सौस पूरे विश्व मे बड़े चाव से खाया जाने लगा।
जानकारी कैसी लगी जरूर बताएं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें