बूंद -बूंद के लिए तरस रहे है लोग - पानी नहीं मिलने से बेहाल हो रही है जिंदगी - राजगीर और उसके आस- पास के क्षेत्रों मे कुछ ऐसा ही नजारा है।
राजगीर- राजगीर और उसके आस -पास के क्षेत्रों मे लगभग सभी के घरो मे हैंडपंप मे पानी हफ़्तो से नहीं है। राजगीर के पास नई -पोखर पंचायत का गाँव मे भी पानी के बूंद -बूंद के लिए तरस रहे हैं लोग। जब पनि का किल्लत ज्यादा हुआ तो वहाँ प्रति दिन ट्रेक्टर द्वारा वॉटर टैंक 4-5 दिनो से भेजा जा रहा है। लेकिन इतना से भी लोगो को जरूरत के अनुसार पानी की पूर्ति नहीं हो पाती है। इसके लिए कई लोग सिकायत भी कर रहे हैं। और वाटर टैंक भी किसी दिन आती है तो किसी दिन नहीं आती है और ऊपर से पिघला देने बाली गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं।
बीते रविवार को ठाकुर स्थान मे सुबह पानी टैंक पाहुचा था पर देखते -देखते तुरंत खाली हो गया। उसके दूसरे दिन सोमबार को लोग सुबह से खाली बर्तन लेकर पानी का आस देखते रहे परंतु सुबह से दोपहर और दोपहर से साम हो गई पर पानी नहीं आया। ऐसे मे लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब पीने का पानी व्यवस्थित नहीं हो पा रहा है तो स्नान और अन्य कार्यो के लिए पानी कहाँ से आए ? ऐसे मे सवाल उठती है की क्या उम्मीदबार सिर्फ चुनाव मे अपना हमदर्दी दिखाने और लोगो को दिलासा देने आते हैं ? अभी इन लोगो का हाल सुनने बाला कोई नहीं है। क्या हुआ हर घर नल जल योजनाओ का ?
फोटो- Thakur Sthan- Rajgir |
फोटो - अमर उजाला |
क्या ये योजनाए खत्म हो गई या फिर राजगीर वासियो के लिए ये योजना नही बनाई गई। और अगर इस क्षेत्र मे काम जारी है तो फिलहाल जनता का परेसानी कौन दूर करेगा। ये हाल सिर्फ राजगीर का नहीं है बल्कि बिहार के कई क्षेत्रों मे है। परंतु इनकी परेसानियों का समाधान करने बाला कोइ नहीं है। फिर विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगे वैसे ही यहाँ नेताओं का आना -जाना लग जाएगा वादे किए जाएगे परंतु हाल जस के तस रहेगा। पानी 2 दिनो से नहीं मिलने पर तरस रहे हैं ठाकुर स्थान के लोग। आखिर कैसे होगी इन परेसानियो का समाधान ?
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